भारत दुनिया का 5वां सबसे बड़ा एयर ट्रैवल हब बना
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) जो लगभग 350 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, ने सोमवार को 2024 के लिए विश्व वायु परिवहन सांख्यिकी (डब्ल्यूएटीएस) का नवीनतम संस्करण जारी किया।जिसके अनुसार,भारत 21.1 करोड़ यात्रियों को संभालते हुए दुनिया का पाँचवाँ सबसे बड़ा विमानन बाज़ार बनकर उभरा है, जबकि 2024 में मुंबई-दिल्ली 7वें सबसे व्यस्त हवाईअड्डा जोड़ियों में से एक था।भारत आधिकारिक रूप से विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा विमानन बाजार बन गया है। मुंबई-दिल्ली 2024 में सबसे व्यस्त हवाई अड्डा जोड़ों में से एक था।
पिछले वर्ष बोइंग और एयरबस के नैरो-बॉडी विमान सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाले विमानों में से थे।इसके बाद एयरबस ए320 का स्थान रहा, जिसने 7.9 मिलियन उड़ानें भरीं और 1.7 ट्रिलियन एएसके हासिल किए, तथा एयरबस ए321 का स्थान रहा, जिसने 3.4 मिलियन उड़ानें भरीं और 1.1 ट्रिलियन एएसके हासिल किए।विमान उपयोग के मामले में, बोइंग का B737, 2024 में 10 मिलियन उड़ानों और 2.4 ट्रिलियन उपलब्ध सीट किलोमीटर (ASK) के साथ आसमान में सबसे आगे रहा।
अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) – संक्षेप में:
- पूरा नाम: International Air Transport Association (IATA)
- स्थापना: 1945, हवाना (क्यूबा)
- मुख्यालय: मॉन्ट्रियल, कनाडा
- सदस्यता: लगभग 300 एयरलाइंस (विश्व की कुल एयर ट्रैफिक का 83%)
मुख्य उद्देश्य:
- वैश्विक हवाई परिवहन का समन्वय और मानकीकरण।
- एयरलाइंस की आर्थिक, तकनीकी और सुरक्षा सहयोग में सहायता।
- यात्रियों और माल की सुगम, सुरक्षित व किफायती आवाजाही सुनिश्चित करना।
प्रमुख बिंदु
यह उपलब्धि 2024 में 24.1 करोड़ यात्रियों को संभालने के आधार पर प्राप्त हुई है।
भारत का वैश्विक रैंकिंग में उभार
भारत ने जापान को पछाड़कर पाँचवां स्थान प्राप्त किया।2023 की तुलना में भारत में हवाई यात्रियों की संख्या 11.1% की वृद्धि के साथ 24.1 करोड़ तक पहुँची, जबकि जापान ने 20.5 करोड़ यात्रियों के साथ 18.6% की वृद्धि दर्ज की।
विश्व के शीर्ष 5 विमानन बाजार (2024)
स्थान | देश | यात्री संख्या(मिलियन में) | वार्षिक वृद्धि (%) |
1 | अमेरिका | 876 | 5.2% |
2 | चीन | 741 | 18.7% |
3 | यूनाइटेड किंगडम | 261 | – |
4 | स्पेन | 241 | – |
5 | भारत | 241 | 11.1% |
मुंबई-दिल्ली हवाई गलियारा
- वर्ष 2024 में 59 लाख यात्रियों ने इस मार्ग का उपयोग किया।
- यह मार्ग विश्व का 7 वां सबसे व्यस्त हवाई मार्ग बना।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र के मार्गों का वैश्विक सूची में दबदबा रहा।
रैंक | मार्ग | देश | यात्री(मिलियन) |
1 | जेजू–सियोल | दक्षिण कोरिया | 13.2 |
7 | मुंबई–दिल्ली | भारत | 5.9 |
10 | जेद्दा–रियाद | सऊदी अरब (ग़ैर एशियाई) | – |
प्रीमियम श्रेणी की यात्रा में वृद्धि
- बिज़नेस व फर्स्ट क्लास यात्रा में 11.8% की वृद्धि, जबकि इकॉनमी में 11.5%।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियम यात्री: 116.9 मिलियन (कुल का 6%)।
क्षेत्रीय आँकड़े:
क्षेत्र | प्रीमियम यात्री संख्या | वृद्धि दर (%) | विशेष टिप्पणी |
एशिया-प्रशांत | 21 मिलियन | 22.8% | सबसे तेज़ वृद्धि |
यूरोप | 39.3 मिलियन | – | सबसे बड़ा प्रीमियम बाजार |
मध्य पूर्व | – | – | 14.7% हिस्सेदारी (सर्वाधिक) |
भारतीय हवाई अड्डों को वैश्विक मान्यता
- मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
- Travel + Leisure द्वारा विश्व के शीर्ष 10 हवाई अड्डों में शामिल।