आंगनबाड़ी बाल वाटिका हेतु शिक्षक बनने का बड़ा अवसर, शिक्षा विभाग ने सूचना जारी की
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन 1000 से अधिक स्कूलों की पेयरिंग की गई जिसमें उनके सभी कैंपस खाली पाए गए। 500 मीटर के अंदर आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बालवाटिका बनाए जाने का निर्देश दिया गया है। 10000 स्कूलों में से 7000 विद्यालयों को बालवाटिका बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
15 अगस्त से प्री प्राइमरी स्कूलों की होगी शुरुआत:
15 अगस्त से प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्री प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने बेसिक शिक्षा के सभी अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आदेश दिए हैं। इन विद्यालयों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ संविदा पर ईसीसीई एजुकेटर भी बच्चों को पढ़ाएंगे।
बाल वाटिका के अंदर 8800 नए एजुकेटर की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हर जिले में जिला स्तरीय कमेटी को बना दिया गया है और इस कमेटी के अध्यक्ष भी निर्धारित कर दिए गए हैं और अलग से एक अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा जो मेरिट के आधार पर इन संविदा एजुकेटर का चयन करेगा और उन्हें बालवाटिक में नियुक्त करेगा।
बालवाटिका में किस तरह के बच्चों की पढ़ाई होगी:
इन विद्यालयों के अंदर 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों की पढ़ाई करायी जाएगी। इसमें बाल विकास और पुष्टाहार विकास विभाग की भी सहायता ली जाएगी।
एजुकेटर की चयन प्रक्रिया
15 अगस्त से शुरू होने वाली बालवाटिक की कक्षाओं के लिए लगभग 10000 एक्स एजुकेटर रखने की प्रक्रिया लगभग अंतिम चरणों में पहुंच गई है। कुछ जिलों में तो ट्रेनिंग भी पूरी हो गई है तथा कुछ जिलों में अभी चयन प्रक्रिया चल रही है। ट्रेनिंग ले चुके ECCE educator 15 अगस्त से प्री प्राइमरी स्कूलों में अपना योगदान देंगे। क्योंकि महानिदेशक के निर्देश पर एक सप्ताह के अंदर सभी विद्यालयों में साफ सफाई और रंग रोगन का का कार्य पूरा कर लिया जायेगा और 15 अगस्त से पढ़ाई शुरू करा दी जाएगी।
होम साइंस,नटीटी,सीटी नर्सरी वाले उम्मीदवार भी बन सकते है ECCE एजुकेटर:
अगर आप उत्तर प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों में एजुकेटर बनने का सोच रहे हैं तो सोचिए नहीं क्योंकि होम साइंस,नटीटी,सीटी नर्सरी डिप्लोमा करने वाले सभी उम्मीदवार ECCE एजुकेटर बन सकते है। प्री प्राइमरी स्कूलों में एजुकेटर रखने की प्रक्रिया कुछ एजेंसियों और ऑनलाइन माध्यम से की गई है। ये सभी एजुकेटर 11 महीने के लिए संविदा पर रखे जा रहे हैं। वर्तमान समय में कानपुर देहात, बदायूं और आजमगढ़ जिले में आवेदन हो रहे हैं। इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार सेवायोजन पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।क्योंकि एजेंसियों द्वारा सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से ही ECCE एजुकेटर की नियुक्ति की जा रही है।
Disclaimer: उत्तर प्रदेश के सेवायोजन पोर्टल https://sewayojan.up.nic.in पर जाकर आप विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।