Fee Reimbursement Scheme(शैक्षणिक भत्ता व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना)

Fee Reimbursement Scheme(शैक्षणिक भत्ता व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना)

Fee Reimbursement Scheme(शैक्षणिक भत्ता व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना)

Fee Reimbursement Scheme:-

जानें,क्या है कमाल की योजना? यूपी में 12वीं पास के बाद छात्रों को िलेंगे 20,000 रुपये।
पढ़-लिखकर आगे बढ़ने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है उत्तर प्रदेश सरकार एक योजना लेकर आयी है शैक्षणिक भत्ता शुल्क प्रतिपूर्ति योजना(Fee Reimbursement Scheme)। इस योजना के तहत स्कूल-कॉलेज के छात्रों द्वारा भरी गई फीस को  वापस किया जाएगा। ताकि छात्र पैसों की वजह से पढ़ाई को बीच में न छोड़ें।आपको बता दें कि इस योजना का लाभ हर साल लाखों छात्र उठा रहे हैं।सोचिए अगर आपकी पढ़ाई का खर्चा भी सरकार उठा ले तो पैसों की तंगी की वजह से आपका सपना नहीं टूटेगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर इस योजना की शुरुआत की गई। यह योजना खासतौर से गरीब वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए शुरू की गई है। क्योंकि इस वर्ग के लोगों के लिए उच्च शिक्षा को पाना बहुत बड़ी चुनौती होती है। समाज में एकता और समानता लाने के लिए हर वर्ग के छात्रों का शिक्षित होना जरूरी है। चाहे वह पिछड़ा वर्ग का हो या अति पिछड़ा वर्ग का। इसीलिए यूपी सरकार हर समय प्रयास करती रहती है उन्हीं प्रयासों में से यह एक खास योजना है जिसके तहत सरकार स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक के छात्रों की मदद करने का भरपूर प्रयास कर रही है।
यूपी में शैक्षणिक भत्ता शुल्क प्रतिपूर्ति योजना  स्कीम क्या है?

इस योजना के तहत 12वीं के बाद उच्च स्तर की शिक्षा के लिए छात्रों द्वारा भरी गई फीस को सरकार द्वारा लौटाया जाएगा। जिससे हमारे युवा छात्र पैसों की चिंता किए बिना सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। और अपने तथा अपने मां बाप के सपनों को पूरा कर सकें।यूपी सरकार ने अपने राज्य के कमजोर समुदाय के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए और उन तक शिक्षा को पहुंचाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। उन्हीं योजनाओं में से एक  ‘फी रीइंबर्समेंट स्कीम’ है। इस स्कीम के द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले (EWS), एससी, एसटी व अन्य पिछड़े वर्ग (OBC) के छात्रों द्वारा स्कूल-कॉलेज में भरी गई फीस वापस की जाती है।इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा लेने के लिए प्रेरित करना है।

महत्वपूर्ण बिंदु:
लाभार्थी: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, SC/ST/OBC, अल्पसंख्यक वर्ग आदि।
लागू क्षेत्र: स्कूल, कॉलेज, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक पाठ्यक्रम आदि।
प्रक्रिया: छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है, जिसके बाद उनके दस्तावेज़ों की जांच होती है।
प्रतिपूर्ति का स्तर: शिक्षा के प्रकार और श्रेणी के आधार पर फीस की आंशिक या पूर्ण प्रतिपूर्ति की जाती है।
शैक्षणिक भत्ता शुल्क प्रतिपूर्ति योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना और समाज में समानता लाना है।
  • कमजोर व गरीब वर्ग व पिछड़ी जातियों और जनजातियों के छात्रों को पढ़-लिखकर आगे बढ़ने का मौका देना है।
  • छात्रों को पैसों की तंगी से मुक्त करके सिर्फ पढ़ाई पर फोकस कराना है। जिससे उनके भविष्य में सुधार हो। और उनका वर्ग और समुदाय आगे बढ़ सके।
  • सामाजिक न्याय, एकता और समानता को बढ़ावा देना है।
पात्रता:
नागरिकता: छात्र उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए और छात्र यूपी में पढ़ाई कर रहा हो।
शैक्षिक योग्यता: छात्र या तो सरकारी स्कूल या फिर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी शैक्षिक संस्थान में पढ़ाई कर रहा हो।
आय सीमा:छात्र के परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से ₹2.5 लाख तक होनी चाहिए (कुछ योजनाओं में यह भिन्न हो सकती है)।SC/ST वर्ग के लिए अधिकतम सीमा अधिक होती है, जबकि OBC और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए थोड़ी कम।
श्रेणीछात्र SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक, या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित होना चाहिए।
उपस्थिति: छात्र की उपस्थिति न्यूनतम 75%  (Attendance) होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज:-
●     आधार कार्ड

●     जाति प्रमाण पत्र

●     आय प्रमाण पत्र

●     निवास प्रमाण पत्र

●     पिछली परीक्षा की मार्कशीट

●     बैंक पासबुक की प्रति

●     पासपोर्ट साइज फोटो

आवेदन प्रक्रिया:-
ऑनलाइन पंजीकरण:

छात्र को सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://scholarship.up.gov.in/index.aspx पर पंजीकरण करना होता है।

प्रमाण पत्र अपलोड करना:

आधार कार्ड

जाति प्रमाण पत्र

आय प्रमाण पत्र

निवास प्रमाण पत्र

मार्कशीट (पिछले साल की)

बैंक खाता का विवरण जो आधार से लिंक हो।

फॉर्म भरना:कोर्स की जानकारी, कॉलेज का नाम, फीस की राशि आदि भरनी होती है।
वेरिफिकेशन (Verification):स्कूल/कॉलेज और जिला स्तर पर दस्तावेजों का वेरिफिकेशन होता है।
स्वीकृति और भुगतान:वेरिफिकेशन के बाद छात्र के बैंक खाते में शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि ट्रांसफर कर दी जाती है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
आवेदन प्रारंभ होने की तिथि: प्रत्येक वर्ष जुलाई-अगस्त में।
आवेदन की अंतिम तिथि: प्रत्येक वर्ष अक्टूबर-नवंबर में।
दस्तावेज़ सत्यापन की अंतिम तिथि: प्रत्येक वर्ष नवंबर-दिसंबर में।
कौन से पाठ्यक्रम समूह के लिए कितना पैसा मिलता है?
समूह पाठ्यक्रम शैक्षणिक भत्ता
1 इंजीनियरिंग, मेडिकल, एमबीए, एमसीए आदि अधिकतम ₹50,000 प्रति वर्ष
2 स्नातक स्तर के व्यावसायिक पाठ्यक्रम अधिकतम ₹30,000 प्रति वर्ष
3 बी.ए., बी.एससी., बी.कॉम. आदि अधिकतम ₹20,000 प्रति वर्ष
4 आई.टी.आई., पॉलिटेक्निक आदि अधिकतम ₹10,000 प्रति वर्ष
महत्वपूर्ण लिंक (Important Links):-
●     आधिकारिक वेबसाइट: scholarship.up.gov.in
●     आवेदन स्थिति जांचें: scholarship.up.gov.in/status.aspx
फायदे (Benefits):
1.    आर्थिक मदद मिलने से छात्रों की पढ़ाई में रुकावट नहीं आएगी।
2.    उच्च शिक्षा के लिए बढ़ावा मिलेगा।
3.    वंचित वर्गों के छात्रों को समान अवसर मिलेगा।
नोट: अधिक जानकारी के लिए आप यूपी स्कॉलरशिप की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

 

 

 

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